घर में वास्तु के अनुसार डोरमैट रखने से घर से नकारात्मकता दूर हो सकती है और सकारात्मकता का आगमन हो सकता है। इससे हमेशा घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है और सुख और समृद्धि सदा के लिए वास करती है। घर में वास्तु की बताई दिशा के अनुसार डोरमैट रखने से घर में खुशियां आती हैं और सभी तरह की नकारात्मकता दूर हो जाती है। वास्तु के अनुसार सर्वप्रथम घर के डोरमैट का आकार आयताकार होना चाहिए इससे घर पूर्णता से आगे बढ़ता है ,संपन्न घर में विराजमान हो जाती है और घर वालों के आपसी रिश्ते बहुत मजबूत बनते हैं।
दिशा के अनुसार कैसा हो डोरमैट का कलर
उत्तर दिशा
उत्तर दिशा में हल्के नीले रंग का डोरमैट रखना चाहिए। वास्तु के अनुसार उत्तर दिशा में भगवान् कुबेर का वास होता है और इसी दिशा से घर में धन का प्रवेश होता है। इसलिए इस दिशा को हमेशा खुला हुआ रखना चाहिए और जहां तक डोरमैट की बात की जाए हल्के नीले रंग की डोरमैट इस दिशा से धन का प्रवेश मिलता है।
उत्तर पूर्व दिशा
उत्तर पूर्व दिशा में हल्के पीले रंग का डोरमैट रखना घर की उन्नति के लिए लाभदायक साबित हो सकता है। ऐसा करना घर की आर्थिक स्थिति को तो ठीक करता ही है घर के लोगों के बीच सामंजस्य का कारण भी होता है।
पूर्व दिशा
पूर्व दिशा सूरज के उगने की दिशा होती है और इस दिशा को प्रकाश की दिशा भी माना जाता है। इसलिए इस दिशा में नीला ,हरा और काला रंग छोड़ कर कोई भी हल्के रंग का डोरमैट रखें। इस तरह के हलके रंगों के डोरमैट घर के लोगों के बीच उन्नति का कारण बनते हैं।
दक्षिण पूर्व दिशा
दक्षिण पूर्व दिशा में हमेशा लाल रंग का डोरमैट रखना चाहिए। ऐसा करना घर के लोगों के लिए फायदेमंद होने के साथ घर की उन्नति का भी कारण होता है। इस दिशा में हमेशा लाल रंग का ही इस्तेमाल करें।
उत्तर पश्चिम
यदि आप घर की उत्तर पश्चिम दिशा में या इस दिशा की तरफ के मुख्य द्वार के पास डोरमैट रख रही हैं तो हमेशा हल्के नीले और पीले रंग का डोरमैट इस्तेमाल करें। इस रंग का डोर मैट घर में आने वाली खुशियों का कारण होने के साथ घर की खुशियों का भी कारण बन सकता है।
वास्तु के अनुसार बताई उपर्युक्त दिशाओं और रंगों के अनुसार घर में सभी दरवाजों के आस-पास डोर मैट रखना आपकी किस्मत को बदल सकता है।
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